“Room No. 13″ जहा मौत का आया बुलावाउसक
मैं आपको अपने मित्र नीलेश की बहन नीलिमा और उसकी साली नीतू की आप बीती आप लोगो को बताना चाहती हु | कुछ दिनों पहले नीलेश ने मुझे बताया था कि उसकी बहन की मौत हो गयी है ये सुनकर मै बहुत दुखी हो गयी और मैंने उसकी मौत का कारण पूछा तो उसने पुरी घटना मुझे सुनाई |कुछ दिनों पहले नीलेश उसकी बहन नीलिमा और साली नीतू के साथ कही घुमने गये थे | नीलेश की बहन और नीतू दोनों बहुत अच्छी दोस्त थी | लौटते वक़्त काफी रात हो गयी थी | रास्ते में उसकी बहन की तबियत खराब हो गयी थी उसे काफी ठण्ड लग रही थी | हमारा घर अभी भी 100 किमी दूर था और रास्ते में कोई भी रुकने की जगह नहीं मिल रही थी | थोड़ी देर के बाद हमे एक होटल दिखाई दी तो नीतू ने होटल में रुककर उसकी बहन को आराम देने को कहा|
उस होटल के काउंटर पर हमने जब रूम के लिए पुछा तो उसने बताया कि सभी रूम फुल थे क्योंकि उस रास्ते पर केवल वही एक ढंग की होटल थी | लेकिन तभी होटल के मेनेजर ने बताया कि एक रूम खाली था Room No. 13 | हमने उस समय अन्धविश्वासी वाली बातो को ना सोचकर रूम ले लिया | जैसा कि आप लोग जानते है कि रूम न . 13 को अशुभ माना जाता है और कई होटलों में इस नंबर का कोई रूम नहीं होता है लेकिन ये होटल कई साल पुराना था |
जैसे ही वो तीनो उस रूम में गये तो उन्हें नेगेटिव एनर्जी महसूस हुई | उस रूम की कंडीशन तो ठीक थी लेकिन ऐसा लग रहा था जैसे बरसों से यहा कोई रहने नहीं आया हो |उन्होंने कुछ ज्यादा नहीं सोचा | अब वो अपनी बहन नीलिमा के लिए काउंटर से पैनकिलर लेने को गया | काउंटर से टेबलेट लेकर जैसे ही रूम में आया तो देखा कि उसकी बहन बालकनी में खडी बाते कर रही थी नीलेश में सोचा नीतू और उसकी बहन दोनों बालकनी में बाते कर रही है लेकिन जैसे ही उसके पास गया तो उसकी बहन के अलावा कोई नहीं था | उसने उसकी बहन से पुछा कि तुम किससे बाते कर रही थी तो उसने सिर्फ सर हिला कर मना कर दिया | तभ�तभी नीतू बाथरूम में गई
.... निलेश घबराता गया कि अभियान नीतू बाथरूम में तीतो नीलिमा किससे बातें कर रही थी ! निलेश ने नीलिमा को टेबलेट दी और सो जाने को कहा ! अब नीतू और नीलिमा दोनों बेड पर सो गए और निलेश फर्श पर सो गया ! सुबह जब क्लीनर कमरे की सफाई के लिए आया तो दरवाजा खुला था ! और जब अंदर आया तो देखा कि कमरे में खून ही खून था ! ओर जब अंदर आया तो देखा कि कमरे में खून ही खून था नीलिमा मर चुकी थी । क्लीनर जोर से चिल्लाया तो मेरी नींद खुल गई और देखा कि नीलिमा की मौत हो चुकी थी और नीतू बेहोश हो गई थी मिलियन जोर जोर से रोने लगा और मैनेजर को बुलाया।मैनेजर ने तुरंत ही एंबुलेंस को बुलाया और दोनों को हॉस्पिटल में ले गए ! नीलिमा तो मर चुकी थी लेकिन नीतू को थोड़ी देर में होश आ गया था ! जेल प्रहरी नीतू को होश आया तो उससे के पीछे उसकी बहन की आत्मा थी जो उससे बोल रही थी तूने मुझे मार दिया यहां यह कह कर वह गायब हो गई ! नीलिमा काफी बुरी तरह डर गई अब निलेश मैं नीतू से सारी घटना पहुंची तो उसने बताया कि रात को जब मैं पानी पीने उठी रात तो देखा नीतू तुझसे बालकनी में देती थी और कुछ बड़बड़ा रही थी
और मैं जैसे उसके पास गया और उससे पूछा कि वह यहां क्या कर रही है तो उसने मुझे जोर से धक्का दिया और मेरा सर दीवार से टकरा गया और मैं बेहोश हो गई और इसके अलावा मुझे कुछ या नहीं !जैसे चीनी तू हॉस्पिटल से टूटी तो वह नीलेश के साथ उस होटल में गई और उसने काउंटर पर मैनेजर से बात करने को कहा तो मैनेजर बताया कि आप की घटना के दूसरे दिन मैनेजर की मौत हो गई वह दोनों चौक हो गए
उन्होंने क्लीनर से माजरा समझने की कोशिश की तो उसने बताया कि आप जिस रूम में रुके थे वह प्रतिबंधित था और रात में वहां कोई नहीं रुकता है लेकिन मैनेजर ने पैसों के चक्कर में रूम आपको दे दिया इस रूम में पहले भी दो मौत हो चुकी हैं अब अब सारी बात निलेश को समझ आई इस घटना के बाद नीलेश काफी सदमे में चला गया वह कभी किसी होटल में नहीं रुका
तो मित्रो आपको यह कहानी कैसी लगी🙏
Aap ka apna pyara Ravi
2 Comments
Good
ReplyDeleteGood wow
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